जिस खांसी में बार-बार बलगम निकलता हो उसे आर्द्र कास या कफ वाली खांसी कहते हैं।
1। लक्ष्मीविलास रस 120 मि.ग्राम दिन में दो-तीन बार शहद के साथ चटाएं।
2। चंद्रामृत रस 120 मि.ग्राम शहद में मिलाकर दो-तीन बार चटाएं।
3। श्रृंगाभ्रक रस 120 मि। ग्राम शहद में मिलाकर तीन-तीन बार चटाएं।
4। तालीशादि चूर्ण 1-3 ग्राम शहद में मिलाकर चटाएं।
5। मयूरपिच्छ भस्म 120 मि.ग्राम शहद में मिलाकर चटाएं।
6। अभ्रक भस्म 120 मि.ग्राम शहद में मिलाकर चटाएं।
7। मृगश्रृंग भस्म 120 मि.ग्राम शहद में मिलाकर दो-तीन बार चटाएं।
8। कुष्मांड अवलेह 10 ग्राम दिन में दो बार गरम जल से दें।
9। चित्रक हरीत की 10 ग्राम दिन में दो बार गरम जल से दें।
10। वासावलेह 10 ग्राम दिन में दो बार गरम जल से दें।
11। व्यौषादि वटी 1-1 गोली चार–छह बार चूसने के लिए दें।
12। खदिरादि वटी 1-1 गोली चार–छह बार चूसें।
13। एलादि वटी 1-1 गोली चार–छह बार चूसें।
14। च्यवनप्राश अवलेह 10-15 ग्राम दिन में दो बार दें।
15। द्राक्षासव 15-30 मि.लि। समभाग गरम जल मिलाकर भोजन के बाद दें।
16। कनकासव 15-30 मि.लि। समभाग जल मिलाकर भोजन के बाद दें।
पूछें गए सवाल