कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव ने पूरी दुनिया की रफ्तार पर ब्रेक लगा दी है। WHO द्वारा महामारी घोषित हो चुके कोरोना का कहर आज 140 से ज्यादा देशों में देखा जा रहा है, इससे निपटने के लिए दुनियाभर के तमाम वैज्ञानिक लैब में दिन रात प्रयोग कर रहे हैं लेकिन आशातीत सफलता अभी तक नहीं हासिल हो सकी है।
कोरोना के कहर का असर भारत पर भी पड़ा है, यहां 150 से ज्यादा लोगों में संक्रमण पाया गया जिन्हें आइसोलेट किया गया है, 4 लोगों की मौत हो चुकी है, सुखद खबर यह है कि करीब 20 लोगों को इस महामारी से बचा लिया गया है, बचाने से ज्यादा कोशिश इसे फैलने से रोकने को लेकर है। जिसको लेकर सरकार कई कारगर उपाय कर रही है।
अब सवाल उठता है कि क्या आम लोग कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए उतने जागरुक हैं जितना सरकार है? इसका सीधा सा जवाब है कि नहीं। बैंगलुरू में महिला कोरोना पॉजिटिव निकली, स्वास्थ्य सुरक्षा कर्मियों को चकमा देकर वह दिल्ली पहुंची और फिर ट्रेन के जरिए आगरा पहुंच गई, सोचिए उसने कितने लोगों को अपना संक्रमण दे दिया होगा।
दुखद यह भी है कि एक तरफ जब स्कूल, बाजार, मॉल, सिनेमाघर बंद करके लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है तो दूसरी तरफ दिल्ली में कुछ संगठन कोरोना से बचाने का वादा करते हुए गौमूत्र की पार्टी का आयोजन कर रहे हैं, मीडिया के सामने दावा कर रहे कि लोगों को गौमूत्र पिलाया जाए और गोबर से स्नान करवाया जाए तो उन्हें बचाया जा सकता है।
हमें ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है। अपनी सुरक्षा अपने हाथ है। अगर आपको खांसी, बुखार या फिर तेज जुकाम होती है तो आप नज़दीकी डॉक्टर से संपर्क करें अगर फिर भी राहत नहीं मिलती तो बड़े डॉक्टरों से संपर्क करें, इस दौरान कोशिश करिए कि खुद को अकेला रखिए क्योंकि ये बीमारियाँ एक दूसरे के संपर्क में ही आने से होती है।
अफ़वाह फैलाने, अफ़वाह पर यकीन करने और पैनिक होने से बचे। बहुत जरूरी न हो तो यात्रा बिल्कुल भी न करें। बाहरी चीजों का सेवन कम से कम करें। लगातार हाथ धोते रहें, सेनेटाइजर न हो तब साबुन का सहारा लें। साफ तौलिए का इस्तेमाल करें, सुरक्षा की समझदारी और बचाव है।
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