सुश्री महक अरोड़ा गुड़गांव में एक नैदानिक मनोवैज्ञानिक और मनोचिकित्सक हैं। उसने अपने मास्टर्स को मनोविज्ञान में पूरा किया है और उसके बाद विम्हन्स अस्पताल, दिल्ली में लगभग 2 वर्षों तक काम किया है। उन्होंने 2015 में क्लीनिकल साइकोलॉजी में एमफिल पूरा किया। उन्हें मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने का 8 साल का अनुभव है। उन्होंने अनुशासन में कुछ बहुत ही वरिष्ठ मनोचिकित्सक के साथ काम किया है। मानसिक स्वास्थ्य में उसके कार्य क्षेत्र काफी विविध हैं और सभी प्रकार के मानसिक स्वास्थ्य विकारों से निपटने के लिए उसके पास व्यापक प्रशिक्षण है। उनके काम के प्रमुख क्षेत्र तनाव संबंधी विकार, संबंध संबंधी मुद्दे, व्यसन विकार, अवसाद, सामाजिक चिंता, जुनूनी बाध्यकारी विकार, कम आत्मसम्मान, कम प्रेरणा, जीवन शैली की समस्याएं आदि हैं। मनोचिकित्सा और परामर्श उनके मजबूत क्षेत्र रहे हैं और उनके अनुभव दिए गए हैं। वह सरल से जटिल विकृति के मामलों को संभाल सकती है। वह लगातार खुद को नए तरीकों और थेरेपी से अपडेट रखती है। उसने हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालय से माइंडफुलनेस आधारित चिकित्सा का प्रशिक्षण पूरा किया है। वह कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी, बिहेवियर थेरेपी, मैरिटल थैरेपी, मोटिवेशन एनहांसमेंट थेरेपी, गेस्टाल्ट थेरेपी प्रमुखता से करती हैं। इसके अलावा उसे पढ़ाने में विशेष रुचि है और 1 वर्ष के अंतराल में दिल्ली विश्वविद्यालय, एमिटी, मानव रचना, एसजीटी आदि से छात्रों को पढ़ाया है। वह छात्रों के निरंतर प्रशिक्षण के लिए D.U के विभिन्न कॉलेजों में कार्यशालाएँ आयोजित करता है।