मोटापा क्या है | मोटापा कम करने के 10 घरेलू चिकत्सा के उपाय

व्यायाम व चिंता का न होना, दिन में सोना, भारी एवं कफ बढ़ाने वाले मीठे भोजन को अधिक खाने से शरीर में मेद की बढ़ोतरी होती है। धीरे-धीरे रोगी का मोटापा बढ़ता रहता है। मोटे व्यक्ति के नितंब, पेट और स्तन हिलने लगते हैं। पेट बहुत भारी हो जाता है। प्यास, नींद, अंगों का भारीपन पसीने की अधिकता, शरीर में बदबूदार गंध, जीवनी शक्ति एवं मैथुन शक्ति की कमी, भूख का लगना आदि लक्षण होते हैं। शरीर बेडौल हो जाता है। पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियां अधिक मोटी होती हैं। इन्हें खुजली, ह्रदय रोग, शुगर, पेशाब के रोग, चमड़ी के रोग होने का खतरा होता है।

चिकित्सा

1। मोटापा घटाने वाले रोगियों को जागरण, व्यायाम, बढ़ाना चाहिए।

2। दूध, मलाई, दिन में सोना, दही का सेवन, ठंडे पदार्थ, ठंडा वातावरण, गद्दों पर सोना आदि सुखों का त्याग करें।

3। नवक गुग्गुल 500 मि.ग्राम दिन में तीन बार त्रिफला काढ़े के साथ दें।

4। अयूषणाद्य लौह 200 मि.ग्राम गरम जल से तीन बार लें।

5। त्रिकटु चूर्ण 1 ग्राम दिन में तीन बार गरम जल से लें।

6। आरोग्यवर्धिनी वटी 2 गोली दिन में तीन बार सेवन करें।

7। विडंगादि लौह 2 गोली दिन में तीन बार सेवन करें।

8। लोहारिष्ट 25 मि.लि। भोजन के बाद बराबर पानी मिलाकर दें।

9। चव्य, जीरा, त्रिकटु, हींग, काला नमक तथा चित्रक का मिलीत चूर्ण 2 ग्राम मकई का सत्तू 30 ग्राम पतले मट्टे के साथ प्रातः नाश्ते के लिए। केवल शहद मिलाकर एक गिलास जल पीने से भी लाभ होता है।

10। मोटापा में कड़वे, तीखे एवं रुखे, हलके भोजन, अधिक मेहनत के लगातार अभ्यास से रोग शांत हो जाता है।

नोट : नए अन्न, भारी, चिकने, तेल पदार्थ, बार-बार भोजन, आरामतलब जीवन हानिकारक है।

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