जुकाम का घरेलू इलाज, इसके कारण, लक्षण और बचाव
इस आर्टिकल के माध्यम से आज हम आपको जुकाम से जुडी सभी जानकारियों जैसे- जुकाम क्या होता है, जुकाम के कारण क्या-क्या हो सकते हैं, जुकाम के लक्षण एवं जुकाम के घरेलू इलाज से अवगत कराना चाहते हैं ताकि आप इस छोटी अपितु परेशान कर देने वाली बीमारी से घर बैठे छुटकारा पा सकें।
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जुकाम से हम सभी परिचित हैं, क्योंकि यह एक अत्यन्त ही सामान्य रोग है, परन्त इससे रोगी बेचैन एवं परेशान हो जाता है। यह एक तरह की 'छूत की बीमारी' है, इसी कारण इससे बहुत ही कम लोग बच पाते हैं। यह रोग एक व्यक्ति को वर्ष में कम से कम 2-3 बार हो जाता है। किसी-किसी व्यक्ति को सर्दी, जुकाम बहुत ही जल्दी, जब-जब मौसम/ऋतु में परिवर्तन होता है तो हो जाता है। जुकाम के कारण नाक, गला और श्वसन नलिकाएँ प्रभावित होती है। इस रोग को पूरी तरह फैलने में 1 से 3 दिन तक का समय लगता है तथा इस रोग को पूर्ण रूप से ठीक होने में लगभग एक से डेढ़ सप्ताह का समय लगता है।
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जुकाम का प्रसार नीचे दी गयी निम्न गतिविधियों द्वारा हो सकता है:
- विभिन्न प्रकार के वाइरस
- श्वसन माध्यम से
- रोगी व्यक्ति के प्रत्यक्ष सम्पर्क से
- रोगी के छींकने, खाँसने से
- रोगी द्वारा उपयोग में ली गई वस्तुओं द्वारा
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वैसे तो जुकाम का कारण वायरस है, परन्तु कई बार निम्न कारणों से भी जुकाम हो जाता है:
- मौसम में आया अचानक बदलाव, जैसे–मौसम का अचानक ही अधिक ठण्डा/गर्महो जाना
- यात्रा के दौरान जगह-जगह के पानी पीने से
- गर्म स्थान से अचानक/एकाएक ठण्डे स्थान पर आने से
- अनुपयुक्त भोजन से
- सर्दी के मौसम में लापरवाही बरतने से तथा सुबह-शाम गर्म कपड़े नहीं पहनने से
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जुकाम के लक्षण कुछ इस प्रकार हैं:
- प्रारम्भ में नाक एवं गले के आंतरिक भाग में हल्की-हल्की जलन एवं खराशें होनेलगती हैं।
- फिर 1-2 दिन बाद गले में दर्द रहने लगता है।
- श्वास-मार्ग में जलन होने लगती है जिससे साँस लेने में कठिनाई होने लगती है।
- नाक एवं आँखों से पानी निकलने लगता है। बार-बार रूमाल से पोंछने पर नाक के आसपास की त्वचा लाल हो जाती है।
- कफ जम जाता है।
- भोजन का स्वाद अरुचिकर लगने लगता है। भोजन में स्वाद नहीं आता।
- नाक जाम होने से गन्ध परिवर्तित हो जाता है।
- हल्का बुखार रहने लगता है।
- हाथ-पैरों में जकड़न, ऐंठन एवं दर्द रहने लगता है।
- सिरदर्द होने लगता है।
- तीसरे-चौथे दिन रोग की तीव्रता कम होने पर रोगी सामान्य अनुभव करने लगता है।
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जुकाम से बचाव के उपाय कुछ इस प्रकार हैं:
- गुनगुने पानी में नमक एवं हल्दी डालकर गरारे करने से लाभ पहुँचता है, इससे गलेकी सेंक हो जाती है।
- गरम एवं सुपाच्य भोजन खाना चाहिए।
- सर्दी के मौसम में ठण्डी भोजन, दही, छाछ आदि से परहेज करना चाहिए।
- नाक एवं गले से निकले स्रावों को रूमाल, कागज, रूई पर लेकर तत्काल जला देनाचाहिए।
- विटामिन 'सी' का अधिक सेवन करना चाहिए।
- जुकाम होने पर धूम्रपान/नशापान नहीं करना चाहिए, इससे रोग बढ़ जाता है।
- बोलते, खाँसते एवं छींकते समय रूमाल का प्रयोग करना चाहिए।
- गर्म जल पीना चाहिए, गर्म जल से ही स्नान करना चाहिए मौसम यदि सर्दी का हो तो।
- जुकाम में विश्राम/आराम बहुत लाभदायक होता है।
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जुकाम के घरेलू इलाज कुछ इस प्रकार हैं:
- अदरक में नाना प्रकार के जीवाणुरोधी गुण होते हैं इसलिए अगर आप गरम पानी में अदरक के कुछ टुकड़े उबालकर उस पानी को पीते हैं तो यह आपको जुकाम का घरेलू इलाज करने में मदद प्रदान कर सकता है।
- शहद में विभिन्न प्रकार के जीवाणुरोधी और रोगाणुरोधी गुण होते हैं, अतः इसको भी आप जुकाम में घरेलू दवाई के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। सिर्फ आपको दस ग्राम शहद को गरम पानी के साथ दिन में दो बार लेना है।
- लहसुन में यौगिक एलिसिन होता है, जिसमें रोगाणुरोधी गुण होते हैं। अपने आहार में लहसुन को शामिल करने से ठंड के लक्षणों की गंभीरता कम हो सकती है। कुछ शोधों के अनुसार, यह आपको पहली बार में बीमार होने से बचाने में भी मदद कर सकता है।
- हल्दी वाला दूध भी जुकाम में काफी फायदेमंद होता है, इसमें मौजूद जीवाणुरोधी गुण इसको जुकाम से लड़ने में बहुत मदद प्रदान करते हैं, आप रात को सोते वक्त हल्दी वाले दूध का सेवन कर सकते हैं।
- आप अगर चाय पीने का शौक़ रखते हैं तो आप चाय में अदरक, तुलसी, काली मिर्च मिला कर चाय का सेवन कीजिए। इन तीनों चीजों के सेवन से खांसी-जुकाम में काफी राहत मिलती है।
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