दूध पीने वाले और अन्न खाने वाले शिशुओं को दूषित दूध के कारण दस्त लगते हैं। किंतु बालातिसार अन्न खाने वाले को भी, आहार दोष के सिवा अन्य कई कारणों से होता है। कई बार कान की सूजन से, दिमाग की सूजन से, सांस के रोग से तथा दांत निकलने के समय भी दस्त और उल्टी होती है। रोग में पहले मल हरा, बदबूदार फटा हुआ और कभी आंव से युक्त होता है। बच्चे को बुखार भी रहता है। बाद में रोग की तेजी हो जाने पर मल जलीय तथा बिना गंध के होता हैं। जीभ सूख जाती है। मूत्र में गाढापन, नाड़ी की तेजी आदि लक्षण होकर जल की कमी हो जाती है।
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